राष्ट्रपति चुनाव द्रोपदी मुर्मु का मुकाबला मोदी विरोधी यशवंत सिन्हा के बीच !
मतदान की तिथि 18 जुलाई और परिणाम 21 जुलाई को घोषित होना है।
राष्ट्रपति चुनाव द्रोपदी मुर्मु का मुकाबला मोदी विरोधी यशवंत सिन्हा के बीच !
मतदान की तिथि 18 जुलाई और परिणाम 21 जुलाई को घोषित होना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले राष्ट्रपति के लिए उड़ीसा से द्रोपदी मुर्मु को एनडीए उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस पार्टी फिलहाल ईडी की पूछताछ में उलझ कर सत्याग्रह में उर्जा लगाये हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को 23 जून को ईडी के आगे पेश होना है।
उधर महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत सामने आयी है – सूरत से बागी विधायक अब असम की ओर निकल गए हैं।
राज्यसभा चुनाव और एमएलसी चुनाव में शिवसेना की खुली बगावत में आपरेशन लोटस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हैरान – परेशान कर दिया है।
काफी अर्से बाद बीजेपी से विपक्षी खेमे में बौखलाहट देखने में आयी है। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी एकजुट नज़र आ रही है।
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार बचेगी या 2024 चुनाव से पहले बीजेपी अपनी राह एक बड़े आर्थिक संपन्न प्रांत में आसान करने वाली है।
राजनीतिक उथुल पुथल के बीच ममता बनर्जी की मुहिम ज्यादा सुर्खियां बटोर नहीं पा रही है।
बीजेपी को पटखनी देने के लिए ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव में लीड लेने का प्रयास किया और पूर्व वित्तमंत्री व विदेशमंत्री यशवंत सिंहा को राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का सांझा उम्मीदवार घोषित किया है।
श्रीमती द्रोपदी मुर्मु को सहज रूप से उड़ीसा के बीजू जनता दल का खुला समर्थन मिलने से अब राष्ट्रपति चुनाव बीजेपी के लिए आसान हो गया है।
नवीन पटनायक मुख्यमंत्री उड़ीसा के गिले शिकवे भी बीजेपी ने दूर कर लिए हैं। मोदी सरकार में श्रीमती द्रोपदी मुर्मु झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं।
यशवंत सिंहा अटल जी की सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रह चुके हैं। चंद्रशेखर की सरकार में वित्तमंत्री रहे यशवंत सिंहा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का पद छोड़कर राजनीति में आए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी यशवंत सिंहा बीजेपी छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए और अब विपक्ष के सांझा उम्मीदवार बनकर खड़े हुए हैं।
पदचिह्न टाइम्स।