भारत जोड़ो पदयात्रा : 12 राज्य 3570 किमी और 150 दिन इतिहास रचने निकले – सांसद राहुल गांधी !
पेरंबदूर तमिलनाडु में राजीव गांधी स्मारक पर श्रद्धांजली के बाद, राहुल गांधी निकले कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा पर।
सांसद राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो पैदल यात्रा कई मायनों में उल्लेखनीय है।
कांग्रेस पार्टी को 2024 लोकसभा चुनाव से पहले जनता के बीच फिर प्रसांगिक बनाने के लिए बचे – खुचे कांग्रेसी नेता जी जान से जुट गए हैं।
वायनाड, केरल से सांसद राहुल गांधी ने दक्षिण राज्यों से उत्तर राज्यों की ओर पदयात्रा की सोची समझी दिशा तय की है।
लगभग 150 दिन की 3570 किमी पदयात्रा में राहुल गांधी 12 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों में जनता से सीधे जुड़ने वाले हैं।
सांसद राहुल गांधी कन्याकुमारी, तमिलनाडु से पदयात्रा शुरू कर के पहले दिन केरल की राजधानी त्रिवंतपुरम पहुंचेंगे।
अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर तीन विशाल समुद्रों के संधि स्थल त्रिवेणी संगम कन्याकुमारी से यात्रा का आरंभ कांग्रेस राजनीति का नया सक्रिय अध्याय है।
सांसद राहुल गांधी ने दोहराया – नफरत और बंटवारे की राजनीति में मैंने अपने पिता राजीव गांधी जी को खोया है।
प्यार से हम नफरत को हरा देंगे।
आशा से भय को हरायेंगे। हम मिलकर इस अंधेरे को जीत लेंगे।
कांग्रेस भले ही उत्तर भारत में अपना आधार खो चुकी है लेकिन दक्षिण राज्यों में बीजेपी पर अभी तक भारी है।
दिल्ली की हल्ला बोल मंहगाई रैली में राहुल गांधी अपने नेताओं के साथ भारत जोड़ो यात्रा की भूमिका तय कर चुके हैं।
संसद में विपक्ष को बोलने का वक्त नहीं मिलता, मीडिया सरकार की कठपुतली बना है, मंहगाई सत्तर साल के चरम पर पहुंच गई है, बेरोजगारी, गरीब और अमीर की खाई पर सरकार उपाय करने को तैयार नहीं हैं।
संविधान, वैधानिक संस्थाओं व लोकतंत्र को बचाने, नफरत और भय का माहौल दूर करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा के द्वारा जन जागरण जरूरी है।
सांसद राहुल गांधी इस से पहले 23 -24 अप्रैल 2015 को आपदा ग्रस्त केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा का रिकार्ड भी बना चुके हैं।
केदारनाथ आपदा – 2013 में जब अधिकांश नेता हाँफ गए तो राहुल गांधी राज्य सरकार की सुरक्षा व सुविधा सुविधाओं का जायजा लेने पैदल केदारनाथ पहुंचे थे।
पदचिह्न टाइम्स।