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उत्तराखंड एसडीआरएफ जवान राजेंद्र नाथ निकले अगली चोटी फतह करने !

पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने राजेन्द्र नाथ को दक्षिण अमेरिका माउंट अकोंकागुआ पर्वतारोहण हेतु ध्वज प्रदान किया।

उत्तराखंड एसडीआरएफ जवान राजेंद्र नाथ निकले अगली चोटी फतह करने !

पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने राजेन्द्र नाथ को दक्षिण अमेरिका माउंट अकोंकागुआ पर्वतारोहण हेतु ध्वज प्रदान किया।

पुलिस महानिदेशक, उतराखंड अभिनव कुमार ने स्टेट डिजास्टर फोर्स के जवान राजेंद्र नाथ

को पुलिस प्रतीक चिन्ह देकर अगले अभियान पर रवाना किया।

आरक्षी राजेन्द्र नाथ द्वारा इसी एक्सपीडिशन के माध्यम से गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर

पर माउंट अकोंकागुआ दक्षिण अमेरिका को फतह करने का प्रयास करने वाले हैं।

 


इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा – पर्वतारोहण एक साहसिक

खेल है और एसडीआरएफ उत्तराखंड के प्रत्येक सदस्य के लिए ऐसे साहसिक खेलों का विशेष महत्व है।

साहसिक खेलों में प्रतिभाग करने हेतु कर्मियों को प्रोत्साहित करने की योजनानुसार क्याकिंग,

राफ्टिंग, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण आदि में प्रतिभाग कर जवान और अधिकारी अपनी व्यवसायिक

दक्षता बढ़ाने का निरन्तर प्रयास करते हैं।

 

फ्लैग ऑफ सेरेमनी के दौरान मौजूद पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल

द्वारा भी राजेन्द्र को शुभकानाएं दी और बताया – एसडीआरएफ में पर्वतारोहण का विशेष महत्व है।

एसडीआरएफ ने सतोपंथ, भागीरथी,त्रिशूल व एवेरेस्ट का सफल आरोहण किया है।

इन पर्वतारोहण अभियानों के माध्यम से मिले कौशल से ग्लेशियरों एवं दुर्गम ट्रेक रूटों में

फंसे देश-विदेश के अनेक पर्वतारोहियों,ट्रैकरों एवम पर्यटकों को सकुशल रेस्क्यू किया गया है।

विदेशी नागरिकों व पर्वतारोहियों के सफल रेस्क्यू कार्यों की कोरिया, अमेरिका इत्यादि देशों ने

मुक्त कंठ प्रशंसा की है।

राजेन्द्र नाथ एसडीआरएफ की हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम का एक अभिन्न हिस्सा हैं।

राजेन्द्र नाथ के इस पर्वतारोहण अभियान से प्रेरणा पाकर अन्य जवान के आत्मविश्वास में

वृद्धि होगी और भविष्य में उच्च शिखरों में रेस्क्यू की विषम परिस्थितियों में भय व अवरोधों का

डटकर सामना करने का साहस हासिल करेंगे ।

 

मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ विगत वर्षों में चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), डीकेडी-2 (5670 मीटर),

माउंट त्रिशूल (7120 मीटर) माउंट गंगोत्री प्रथम (6672 मीटर), माउंट श्रीकंठ (6133 मीटर),

माउंट बलज्यूरी (5922 मीटर), माउंट बंदरपूंछ (5500 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची

चोटी माउंट एलब्रुश(5642 मीटर), अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर)

का सफलतापूर्वक आरोहण कर चुके हैं।
पदचिह्न टाइम्स।

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