सुप्रीम कोर्ट अब संविधान बैंच में पैंडिंग मामले की सुनवायी तेज करे !
मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण से देश के प्रख्यात बुद्धिजीवियों की मांग।
देश के प्रमुख बुद्धिजीवियों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से गुहार लगायी है किअब सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या पूरी हो चुकी है सो संविधान बैंच के आगे पैंडिंग मामलों की सुनवायी तेजी से की जाए।
चीफ जस्टिस को खत लिखकर मांग करने वालों में एडमिनरल राम दास, मेधा पाटेकर, जूलियो रैबरियो, चुनिंदा वकील और प्रोफेसर शामिल हैं।
काफी लंबे समय से संविधान बैंच के आगे पैंडिंग मामलों में धारा 370 की समाप्ति, अनलाफुल एक्टिविटी प्रीवेंशन एक्ट का दुरपयोग, सिटीजन एमैंडमेंट एक्ट, देशद्रोह सीडिशन एक्ट, इलैक्शन बाँड कानून को चुनौती देने वाली याचिकायें पैंडिंग हैं।
सुप्रीम कोर्ट में लगभग चार सौ मामले सुनवायी की राह ताक रहे हैं। इन मामलों की सुनवायी पूरी करने से आम आदमी का विश्वास फिर से सुप्रीम कोर्ट के प्रति वापस आने लगेगा – ऐसी फरमाइश सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखे पत्र में की गई है।
पदचिह्न टाइम्स।