सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद मेरे कठोर निर्णय को न्याय संगत माना – ऋतु खण्डूडी, स्पीकर !
विधानसभा की तदर्थ नियुक्तियों को रद्द करने का निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने भी सही करार दिया।
सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद मेरे कठोर निर्णय को न्याय संगत माना – ऋतु खण्डूडी, स्पीकर !
विधानसभा की तदर्थ नियुक्तियों को रद्द करने का निर्णय उत्तराखंड हाइकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट ने भी सही करार दिया।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण के निर्णय को सुप्रीमकोर्ट ने सही माना है।
उल्लेखनीय है – उत्तराखंड में पेपर लीक घोटाले के दौरान विधानसभा में हुई अनुचित भर्ती
का मामला गरमाया था।
कैबिनेट मंत्री प्रेम अग्रवाल ने अपने पिछले विधानसभा अध्यक्ष कार्यकाल में बिना परीक्षा के
इन नियुक्तियों को अंजाम दिया था।
बताया जाता है कि तत्कालीन वित्त सचिव ने इन नियुक्तियों को वित्तिय स्वीकृति देने से इंकार कर दिया था।
विधानसभा चुनाव के बाद प्रेम अग्रवाल वित्त मंत्री बने तो इन तदर्थ कर्मियों को वेतन मिलना शुरू हो गया।
वित्त मंत्री ने इन भर्तियों को अपना विशेषाधिकार कहा था और कांग्रेस के समय में हुई भर्तियों को
भी सही ठहराया था।
मामला उग्र होने पर मुख्यमंत्री धामी ने निर्णय लेने का दायित्व स्पीकर पर छोड़ दिया था।
विधानसभा स्पीकर श्रीमती ऋतु खण्डूडी ने तीन पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों की कोटिया कमेटी बनायी।
एक माह से कम समय पर तमाम पत्रावली की जांच कर कोटिया कमेटी150 सिफारिशी कर्मचारियों को
बाहर का रास्ता दिखाया गया था।
बैक डोर भर्ती में पूर्व विधान सभा स्पीकर गोविन्द सिंह कुंजवाल की सिफारशी भर्ती भी निरस्त की गई।
उत्तराखंड हाइकोर्ट की सिंगल बैंच ने इन तदर्थ कर्मियों को स्टे दिया था लेकिन डबल बैंच ने
नियुक्तियों को रद्द कर स्पीकर खण्डूडी के निर्णय को कानून सम्मत करार दिया।
अब बैकडोर से विधानसभा में भर्ती हुए कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दाखिल करने पहुंचे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने तदर्थ कर्मियों की विशेष याचिका को निरस्त किया और प्रार्थी के वकील ने याचिका को
कोर्ट के अनुमोदन से वापस ले लिया।
अपने कठोर निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट की मोहर लगने के बाद श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण ने संतोष जाहिर किया है।
स्पीकर महोदया ने कहा – युवाओं के साथ हुए अन्याय के लिए उनका कठोर निर्णय उत्तराखंड में बैकडोर
भर्ती रोकने के लिए नजीर बना है।
पूर्व मुख्यमंत्री जनरल बीसी खण्डूडी की बेटी ने कहा प्रदेश और युवाओं के हित के लिए वो
सुप्रीम कोर्ट तक में पैरवी करने को तैयार हैं।
– भूपत सिंह बिष्ट