15 वीं राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेंगी !
संथाल जनजाति से प्रथम राष्ट्रपति ने 64 प्रतिशत से अधिक वोट पाकर जीत हासिल की।
15 वीं राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेंगी !
संथाल जनजाति से प्रथम राष्ट्रपति ने 64 प्रतिशत से अधिक वोट पाकर जीत हासिल की।
भारत ने अपना 15 वां राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु को चुन लिया है। सोमवार 25 जुलाई को संसद के सेंट्रल हॉल में भारत के मुख्य न्यायाधीश एम वि रमण राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू को पद की शपथ दिलायेंगे।
संसद भवन में हुई वोटों की गिनती में एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मु ने 2824 मत प्राप्त किए और विपक्ष के सांझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 1877 वोट हासिल हुए हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में कुल 771 सांसद व 4025 विधायक मतदाता हैं। कुल 4796 वोटर में लगभग 99 प्रतिशत माननीय सांसद व विधायकों 4701 ने मतदान में भाग लिया।
राष्ट्रपति चुनाव में सांसद और विधायकों के वोट का मूल्य प्रांत की विधानसभा के कुल वोटर के अनुपात से निकाला जाता है।
छोटे राज्यों में विधायक के वोट का मूल्य कम और बड़े राज्यों में वोटर अनुपात के कारण अधिक है।
द्रोपदी मुर्मु को प्राप्त 2824 वोट का मूल्य 676,803 और यशवंत सिन्हा के 1877 वोट का मूल्य 380,177 है।
राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल पीसी मोदी ने चौथे चक्र की गणना समाप्ति के बाद द्रोपदी मुर्मु को विजयी घोषित किया।
तीसरे राउंड की गणना में ही द्रोपदी मुर्मु निर्णायक पचास प्रतिशत से अधिक वोट पा गई।
राष्ट्रपति चुनाव में 17 सांसदों और 126 विधायकों ने अपनी पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर श्रीमती मुर्मु के पक्ष में वोट देने का अनुमान है।
राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी विह्प जारी नहीं होने से माननीय अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट करने को स्वतंत्र हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत बीजेपी की अखिल भारतीय स्वीकार्यता का पर्याय बन रहा है।
श्रीमती द्रोपदी मुर्मु जनपद मयूरभंज, उड़ीसा की संथाल जनजाति से हैं। वर्ष 2000 से 2009 तक रेरंगपुर विधानसभा से विधायक चुनी गई।
बीजू जनता दल – बीजेपी सरकार में 2000- 2004 तक मंत्री रहीं है।
झारखंड राज्य की गवर्नर रह चुकी श्रीमती द्रोपदी मुर्मु देश की 15 वीं राष्ट्रपति का कार्यभार 25 जुलाई को ग्रहण कर रही हैं।
— भूपत सिंह बिष्ट