सुप्रीम कोर्ट ने दिलाई राहत भरी सांस गर्भवती सुनाली खातून लौटेगी भारत !
दिल्ली में विदेशी नागरिकों की धरपकड़ में बंगाल का परिवार नहीं दिखा पाया नागरिकता दस्तावेज़ ।
सुप्रीम कोर्ट ने दिलाई राहत भरी सांस गर्भवती सुनाली खातून लौटेगी भारत !
दिल्ली में विदेशी नागरिकों की धरपकड़ में बंगाल का परिवार नहीं दिखा पाया नागरिकता दस्तावेज़ ।
सुप्रीम कोर्ट ने आज अपने एक आदेश में केंद्र सरकार को बांग्लादेश निर्वासित किए गए एक परिवार को वापस भारत
लाने के निर्देश जारी किए ।

जून 2025 में दिल्ली में विदेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने एक अभियान चलाया था और सुनाली खातून , उसके पति और आठ सालके बेटे को कागजात ना दिखा पाने पर बांग्लादेश निर्वासित कर दिया ।
सुनाली खातून के पिता ने कलकत्ता हाई कोर्ट में केंद्र सरकार की कारवाई को चुनौती दी कि उन की बेटी और दामाद बीरभूम जनपद
के निवासी हैं और गलती से बिना पूर्ण जांच किए बांगलादेश भेज दिए गए हैं । हाई कोर्ट ने निर्वासन की कारवाई को गैरकानूनी माना और निर्वासित सदस्यों को वापस भारत लाने के आदेश दिए ।

कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई । निर्वासन के समय सुनाली खातून गर्भवती है और तीसरी संतान को जन्म देने वाली हैं । वकील संजय हेगड़े की बहस को स्वीकारते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मानवीय समवेदनाओं के अनुरूप निर्वासित परिवार को भारत वापस लाने , सभी चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश केंद्र सरकार को दिए हैं ।
मामले की सुनवाई आगे जारी रहेगी और निर्वासित लोगों को अपने दस्तावेज़ साबित करने हैं। केंद्र सरकार भी तुरत फुरत निर्वासन करवाई को सही साबित करने की प्रक्रिया साबित करेगी।
चीफ जस्टिस सूर्य कांत और जस्टिस जॉय माल्य बागची की पीठ ने यह आदेश पारित किया है । सोलिस्टर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सरकार ऑफिसियल चैनल से परिवार को वापस लायेगी ।
पदचिह्न टाइम्स।



