कांग्रेस बनाम तृणमूल कांग्रेस चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ी राहत !
ममता बनर्जी ने गोवा, मणिपुर और त्रिपुरा में कांग्रेसी विधायकों और सांसद को तोड़ लिया।
कांग्रेस बनाम तृणमूल कांग्रेस चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ी राहत !
ममता बनर्जी ने गोवा, मणिपुर और त्रिपुरा में कांग्रेसी विधायकों और सांसद को तोड़ा।
सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीत अधिवेशन से पहले कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस की तनातनी चौराहे पर आ गई है।
कल मोदी सरकार संसद में तीनों कृषि कानून वापस लेकर साल भर पुराने किसान आंदोलन की तपस कम करेगी।
उधर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस विपक्षी एकता के बैनर तले कांग्रेस के साथ आने में हिचकिचा रही है क्योंकि टीएमसी 2024 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकल्प देखना चाहती है।
संविधान दिवस पर छोटी – बड़ी 15 पार्टियों ने सरकार के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया।
कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने कहा बीजेपी लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और विपक्ष को वांछित सम्मान देने की अपेक्षा सरकार अपनी असफलता का ठिकरा हम पर फोड़ रही है।
विपक्ष सरकारी आयोजन में दर्शक नहीं, बोलने की स्वतंत्रता चाहते हैं।
शीत सत्र के दौरान विपक्ष दो माह बाद होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मध्य नज़र बीजेपी सरकार पर मंहगाई, मोबाइल टैप पैगासस, लखीमपुर खीरी हिंसा, तिब्बत सीमा पर चीन अतिक्रमण जैसे मामलों को लेकर हमलावर रहेगा।
उधर तृणमूल कांग्रेस ने गोवा और मणिपुर राज्यों के कांग्रेस विधायकों को अपने पाले में खींचकर सोनिया गांधी की नाराजगी बढ़ा दी है।
इस से पहले ममता बनर्जी की पार्टी ने कांग्रेस सांसद और महिला मोर्चे की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव से दल बदल कराया है।
चुनाव से पहले हरियाणा में भी कांग्रेस को कमजोर करने की बात जारी है।
निसंदेह बीजेपी के लिए कांग्रे और टीएमसी की तनातनी पांच राज्यों के चुनाव में फायेदा का सौदा है।
— भूपत सिंह बिष्ट