जब हरिद्वार ने उजाड़ दिया हरीश रावत का सपना : 2017 की कसक अभी बाकि है !
मुख्यमंत्री की कुर्सी गई - बहन जी की बसपा ने लगाई लंका, मदन कौशिक ने पाए 66 फीसदी वोट।
जब हरिद्वार ने उजाड़ दिया हरीश रावत का सपना : 2017 की कसक अभी बाकि है !
मुख्यमंत्री की कुर्सी गई – बहन जी की बसपा ने लगाई लंका, मदन कौशिक ने पाए 66 फीसदी वोट।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 – पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए नितांत बुरा सपना रहा है।
हरिद्वार जनपद की 11 विधानसभा सीटों पर हरीश रावत की आश को बीजेपी और बहन मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने बुरी तरह धोया।
बीजेपी के मदन कौशिक हरिद्वार सीट पर अजेय रहे और कांग्रेस के ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को 36 हजार वोटों से पराजित किया।
हरिद्वार सीट पर बीजेपी ने 66 और कांग्रेस पार्टी को 28 फीसदी वोट नसीब हुए।
इस बार फिर दोनों पार्टियों ने अपने वही उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। यहां बसपा का जनाधार तीन प्रतिशत से कम वोट में दिखा है।
बीएचईएल सीट पर बीजेपी के आदेश चौहान ने कांग्रेस के अमरीश कुमार को 22 हजार से अधिक वोटों से हराया है। बसपा को यहां दस हजार से कम वोट मिले।
इस बार आदेश चौहान का मुकाबला कांग्रेस के राजबीर सिंह चौहान से है।
ज्वालापुर सुरक्षित सीट पर बीजेपी के सुरेश राठौर कामयाब रहे।
बीजेपी को 34, कांग्रेस को 29, बसपा 23 और निर्दलीय ब्रज रानी 11 फीसदी वोट पाने में सफल रही।
इस बार कांग्रेस ने रवि बहादुर को सीटिंग विधायक के खिलाफ उतारा है। निसंदेह बसपा ने हरिद्वार जनपद में कांग्रेस की सफलता में पलीता लगाया है।
भगवानपुर सुरक्षित सीट कांग्रेस की ममता राकेश दूसरी बार जीतने में कामयाब रहीं।
ममता राकेश ने अपने देवर बीजेपी प्रत्याशी सुबोध राकेश को दो हजार पांच सौ वोटों से हराया। कांग्रेस को 48, बीजेपी 46 और बसपा को 4 फीसदी वोट मिले।
इस बार कांग्रेस की ममता राकेश का मुकाबला बीजेपी के मास्टर सत्यपाल है।
झबरेड़ा सुरक्षित सीट पर बीजेपी के देशराज कर्णवाल को 38 प्रतिशत और कांग्रेस को 36 प्रतिशत वोट मिले।
बसपा ने यहां 24 प्रतिशत वोट लेकर कांग्रेस का गेम बिगाड़ दिया।
अब बीजेपी ने अपने विधायक का टिकट काटकर कांग्रेस के राजपाल को प्रत्याशी बनाया है और कांग्रेस ने वीरेंद्र कुमार को टिकट दिया है।
पिरानकलियर सीट कांग्रेस के लिए मो. फुरकान अहमद बचाने में कामयाब रहे। यहां बीजेपी एक हजार चार सौ वोट से हारी लेकिन निर्दलीय शहजाद ने 23,843 (26 प्रतिशत) वोट हासिल कर कांग्रेस की नाक में दम कर दिया।
इस बार बीजेपी ने मुनीश सैनी पर दाव खेला है।
रूड़की सीट पर बीजेपी के प्रदीप बत्रा ने चालीस हजार वोट ( 55.58%) हासिल कर कांग्रेस के सुरेश जैन को 13 हजार वोट से परास्त किया।
उल्लेखनीय है सुरेश जैन बीजेपी के दो बार विधायक रहे और प्रदीप बत्रा कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। अब की बार प्रदीप बत्रा के खिलाफ कांग्रेस के यशपाल राणा मैदान में हैं।
खानपुर से बीजेपी ने अपने विवादित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का टिकट बदला है। इस बार उन की पत्नी श्रीमती कुंवरानी देवयानी बीजेपी प्रत्याशी हैं और मुकाबला कांग्रेस के सुभाष चौधरी से है।
पिछली बार खानपुर सीट पर बसपा 37 फीसदी वोट लेकर दूसरे स्थान पर रही है। इस बार समाचार प्लस चैनल के चर्चित मालिक उमेश कुमार भी मैदान में उतरे हैं।
मंगलौर सीट पर कांग्रेस के काज़ी मोहम्मद निज़ामुदीन 39 फीसदी वोट पाकर विजयी रहे। दूसरे नंबर पर बसपा के सरवत करीम अंसारी को 35 फीसदी वोट मिले।
बीजेपी ने यहां 21 फीसदी वोट प्राप्त किए थे। इस बार बीजेपी ने यहां प्रत्याशी बदला है।
लक्सर सीट पर बीजेपी के संजय गुप्ता ने 32 प्रतिशत वोट पाकर कांग्रेस के हाज़ी तस्लीम अहमद को सोलह सौ वोट से हराया।
बीजेपी की जीत में बसपा के 19656 वोट का योगदान रहा है। बसपा ने यहां 25 फीसदी वोट हासिल किए हैं।
इस बार संजय गुप्ता का मुकाबला कांग्रेस के डाक्टर अंतरिक्ष सैनी से है।
हरिद्वार ग्रामीण सीट पर बीजेपी के यतीश्वरानंद ने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 12 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराकर रिकार्ड बना दिया।
हरीश रावत को 33.5 फीसदी और बसपा को 19 फीसदी वोट मिले थे। यहां भी बसपा ने हरीश रावत की पराजय में बड़ी भूमिका निभायी है।
इस बार हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत कांग्रेस के टिकट पर बीजेपी के मंत्री यतीश्वरानंद को टक्कर देने उतरी हैं।
कांग्रेस सरकार बनने के लिए हरिद्वार जनपद में बीजेपी को हराना जरूरी है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 8 और कांग्रेस ने मात्र 3 सीट पर विजय हासिल की।
इस बार फिर सारा दारोमदार हरिद्वार के सांसद रह चुके कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत के कंधों पर आन पड़ा है।
— भूपत सिंह बिष्ट