बीजेपी ने तीन मुख्यमंत्री बदलकर पद और प्रदेश की गरिमा समाप्त की – भूपेश बघेल !
मोदी राज में मंहगाई, बेरोजगारी चरम पर है और आम आदमी की आय में भारी कमी आई है।
छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी ने ऐसे ज्ञानी लोगों को खोज – खोजकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया है — जो कोरोना वायरस को कोरोना जी कहते हैं।
जिनका इतिहास ज्ञान इतना है कि देश 200 साल तक अमेरिका के आधीन गुलाम रहा और एक मुख्यमंत्री तो चुनाव का सामना ही नहीं कर पाए ।
उत्तराखंड की सम्मानित और स्वाभिमानी जनता बीजेपी को अब बर्दाश्त नहीं करेगी।
छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल ने दावा किया कि इस मंच पर उत्तराखंड, झारखंड और छतीसगढ़ के नेता मौजूद हैं। तीनों राज्य एक साथ बने हैं।
आज झारखंड और छतीसगढ़ की सरकार से बीजेपी को हटाया जा चुका है और अब 14 फरवरी को तरक्की व स्वाभिमान के लिए उत्तराखंड में भी बीजेपी को हटाकर कांग्रेस की सरकार बनने वाली है।
कांग्रेस ने 2018 में जो वादे जनता से किए छतीसगढ़ सरकार उन्हें पूरा कर रही है। धान खरीद, तैंदूपत्ता, बिजली और कृषि ऋण की माफी व गोबर खरीद जैसी कल्याणकारी योजनायें उन की सरकार चला रही है।
उत्तराखंड में चार धाम – चार काम की प्रतिज्ञा कांग्रेस ने उठायी है। किसी भी हालात में गैस सिलैंडर का दाम उत्तराखंड में पांच सौ के पार नहीं होगा।
पांच लाख परिवारों को 40 हजार प्रतिवर्ष मंहगाई से राहत दिलाने के लिए स्वावलंबन राशि दी जायेगी। 4 लाख युवाओं को रोजगार और स्वास्थ्य सेवाओं को घर द्वार पहुंचाने का बीड़ा कांग्रेस सरकार उठायेगी।
भूपेश बघेल ने कहा – कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें चुनावी चर्चा के लिए उत्तराखंड भेजा है। कांग्रेस को पहाड़ की विषम परिस्थिति में घर और रसोई की मंहगाई और बेरोजगारी के बीच पूरी चिंता है।
2002 के पहले चुनाव में भी वे पिथौरागढ़ की पांच विधानसभा सीटों पर प्रभारी बनाए गए। भारत सरकार बेरोजगारी और मंहगाई के आंकड़े छुपा रही है। गरीब और गरीब हो गए हैं।
मंहगाई और बेरोजगारी चरम पर है। लोगों की आमदनी कम हो रही है लेकिन सरकार के मित्रों की आय में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
पदचिह्न टाइम्स।