गढ़वाली गीत हिमाला हिम का फूला … पहाड़ नि दिण – हे बाबा !
स्नेहा अग्रवाल और संतोष खेतवाल के नए गढ़वाली वीडियो गीत की धूम ।
हिमाला हिम का फूला … पहाड़ नि दिण हे बाबा !
स्नेहा अग्रवाल और संतोष खेतवाल के नए गढ़वाली वीडियो गीत की धूम ।
एक अर्से बाद दिलकश गढ़वाली गीत हिमाला हिम का फूला, बुरांस लाल फूला, पहाड़ नि दिण हे बाबा का वीडियो शेषनाग फिल्मस ने प्रस्तुत किया है।
पहाड़ में ब्याही बेटी का माता – पिता से कातर विनती की कुछ समय और मायके में भाई बहनों के साथ रहने दो – गीत के मूल भाव हैं।
गायिका स्नेहा अग्रवाल उत्तराखंड शासन में वरिष्ठ अधिकारी रही हैं और अपनी भावपूर्ण गायिकी की छाप छोड़ने में सफल हैं।
संतोष खेतवाल गढ़वाली गीतों का जाना माना नाम है और पिछले दिनों उनका बेटा संकल्प मुंबई के रियलिटी शो से अपनी पहचान बना चुका है।
डा रणबीर सिंह चौहान के इस गीत का छांयाकन और कला निर्देशन काबिले तारीफ है।
पहाड़ी परिवेश में बेटी को ससुराल भेजने की पीड़ा को रवि व्यास, दुर्गा सागर और सुषमा व्यास ने अपने अभिनय में साकार किया है।
उत्तराखंडी संस्कृति के प्रतीक चिन्हों बुरांस, फल, फूल, वनस्पति, तीज -त्यौहार, मेलों – खेलों, मास – ऋतुओं का उपयोग गीतकार ने बेटी और पिता के संवाद में जीवन की सजीवता के लिए प्रयोगकर आंचलिकता को साहित्यिक ऊंचाई दी है।
पूर्व प्रसाशनिक अधिकारी स्नेहा अग्रवाल का उत्तराखंड संस्कृति के प्रति रूझान प्रशंसनीय है और कुछ साल पहले उन्होंनें एक गढ़वाली गीतमाला रिकार्ड की है।
वीडियो गीत के निर्देशक धनवीर खरोला ने गीत की निरंतरता को प्रभावी बनाये रखा है।
मधुर संगीत वीरेंद्र नेगी ने तैयार किया है। इस मधुर गीत का छायांकन देहरादून में होना एक बड़ी उपलब्धि और गढ़वाली वीडियो और फिल्मों के आगाज़ की आहट है।
सुरेंद्र कोली इस वीडियो गीत के निर्माता हैं और शेषनाग फिल्मस के बैनर तले उत्तराखंडी संस्कृति को संजोते आ रहे हैं।
सुरेंद्र कोली खुद भी संगीतकार हैं और उत्तराखंड के सभी गायकों के लिए संगीत दे चुके हैं।
– भूपत सिंह बिष्ट