उत्तराखंड में शराब खपत : 21 साल में गटक गए 19 हजार करोड़ की शराब
22 डिपार्टमेंटल स्टोर, 252 बार, 558 दुकानें और 3017 करोड़ आबकारी राजस्व !
उत्तराखंड में शराब खपत : 21 साल में गटक गए 19 हजार करोड़ की शराब
22 डिपार्टमेंटल स्टोर, 252 बार, 558 दुकानें और 3017 करोड़ आबकारी राजस्व !
एक मोटे अनुमान के अनुसार उत्तराखंड में प्रति माह शराब की खपत अब 175 करोड़ पार कर चुकी है।
पिछले बीस वर्षों में सरकार के आबकारी मंत्री सरकार के लिए दस बार शराब बेचने का लक्ष्य हासिल करने में सफल रहे हैं और दस बार लक्ष्य से थोड़ी दूर रह गए। 2001 में वार्षिक 231.69 करोड़, 2018 में वार्षिक 2,705 करोड़ की रिकार्ड बिक्री हुई है।
इस साल देहरादून जनपद से 507 करोड़, हरिद्वार से 320 करोड़, नैनीताल 261 करोड़, उधम सिंहनगर 213 करोड़, पौड़ी व अल्मोड़ा प्रत्येक 134 करोड़, टिहरी जनपद 101 करोड़ का आबकारी राजस्व लक्ष्य निर्धारित हुआ है।
22 डिपार्टमेंटल स्टोर, 252 बार और 558 दुकानें लगभग 2414 करोड़ आबकारी राजस्व दे रहे हैं।
तीन हजार दो सौ करोड़ राजस्व देने वाले आबकारी विभाग में 626 पद स्वीकृत हैं लेकिन 389 पद पर ही नियुक्तियां हैं और 237 पद 31 जनवरी 2021 को खाली बताये गए हैं।
अपना अजब – गजब उत्तराखंड, बीते बीस सालों में लगभग 18,570 करोड़ से अधिक की दारू पीकर सरकारी खजाने में अपना अमूल्य सहयोग जमा करा चुका है। आबकारी विभाग ने इस अवधि में 23,213 करोड़ कमायें हैं।
इस वित्तिय वर्ष 2021-22 के पिछले पांच माह में चौदह सौ करोड़ के सापेक्ष आठ सौ पचास करोड़ की दारू उत्तराखंडी वीर अब तक निपटा चुके हैं। आबकारी विभाग को 1034 करोड़ का राजस्व मिल चुका है।
जाहिर है कि कोरोना की मजबूरियां ना होती तो उत्तराखंडी दोरोलिया 74 प्रतिशत से आगे बढ़कर, शत – प्रतिशत या आबकारी विभाग का रिकार्ड तोड़ चुके होते। इस चुनावी वर्ष में आबकारी विभाग ने 3202 ( तीन हजार दो सौ दो) करोड़ का राजस्व लक्ष्य निर्धारित किया है।
पांच माह में दो माह से अधिक समय तक दारू की दुकानों पर कोरोना की कोप दृष्टि बनी रही लेकिन दुकानें खुलते ही आबकारी विभाग को शराबियों ने निराश नहीं किया है और 1034 करोड़ की वसूली आबकारी विभाग कर चुका है।
अब पांचवी विधानसभा चुनाव अभियान की तैयारी में राष्ट्रीय और प्रांतीय दल रैलियां और आशीर्वाद लेने निकल पड़े हैं तो सोमरस और मदिरा की खपत में उछाल आना स्वाभाविक है। अनुमान है कि वार्षिक 3202 करोड़ का आबकारी राजस्व, आसानी से हासिल हो जायेगा।
पिछले वर्ष 2020 में कोरोना के चलते 2414 करोड़ की शराब बिक्री हुई और कुल राजस्व 3017 करोड़ लक्ष्य 87% हासिल हुआ।
वर्ष 2019 में लगभग 2183 करोड़ की शराब बिक्री हुई। आबकारी विभाग ने 2729 करोड़ राजस्व और अपना 90% टारगेट हासिल किया है।
— भूपत सिंह बिष्ट
On flip side the alcohol consumption of Kerala per month during the Financial year of 2019-20 was 1225 crores which is 7 times the consumption of 175 crores in Uttarakhand. Considering the population of Kerala is almost three times of Uttarakhand, the proportional per month consumption is almost double in Kerala as compared to Uttarakhand.
population of Uttarakhand is 1 crore in 2011 census, where as Kerala stands 3.58 crore.