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अर्जेंट मामलों की लिस्टिंग पारदर्शी बनाई जायेगी – मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित !

रिटायर चीफ जस्टिस एनवी रमण ने पैंडिंग मामलों के लिए अफसोस जाहिर किया - कोविड ने न्यायिक प्रक्रिया को बाधित रखा।

अर्जेंट मामलों की लिस्टिंग पारदर्शी बनाई जायेगी – मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित !

रिटायर चीफ जस्टिस एनवी रमण ने पैंडिंग मामलों के लिए अफसोस जाहिर किया – कोविड ने न्यायिक प्रक्रिया को बाधित रखा।

सुप्रीम कोर्ट के 48 वें मुख्य न्यायाधीश जस्टिस उदय उमेश ललित 27 अगस्त को अपना पद भार संभाल रहे हैं।

अब सुप्रीम कोर्ट में मामलों की अर्जेंट लिस्टिंग में स्पष्ट और पारदर्शी प्रक्रिया रहेगी।

साल भर एक संवैधानिक बैंच सुप्रीम कोर्ट में कार्यरत रहेगी ताकि पैंडिंग मामलों को जल्दी निपटाया जाये।

फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले 71 हजार को पार कर गए हैं।

अब एक स्पष्ट प्रक्रिया से व्यैक्तिक स्वतंत्रता अधिकार, सामान्य नागरिकों के संपत्ति मामले, बेल पटीशन जैसे अर्जेंट मैटर सुने जायेंगे।

निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने पैंडिंग मामलों के लिए अफसोस जाहिर किया है।

कोविड के कारण उन के 16 माह के कार्यकाल में 50 दिन ही सुप्रीम कोर्ट में पूरे दिन काम हो सका है।
जस्टिस रमण ने कहा – न्याय व्यवस्था में नई प्रक्रिया की जरूरत आन पड़ी है।

आधुनिक तकनीक और आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस का उपयोग न्यायिक मामलों में अपनाने से लंबित मामलों का तेज निस्तारण संभव है।

9 नवंबर 1957 को सोलापुर में जन्में नए चीफ जस्टिस यूयू ललित ने सुप्रीम कोर्ट में पारदर्शिता और लंबित मामलों को कम करना अपनी प्राथमिकता बतायी है।
पदचिह्न टाइम्स।

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