बीजेपी ने राज्यसभा में पाये 132 वोट इंडिया गठबंधन को पीछे छोड़ा !
संसद के मानसून सत्र में बीजेपी ने विधायी काम निपटाये और विपक्षी दलों को बेबस रखा।
लोकसभा में भले ही कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी लौट आये हैं लेकिन बीजेपी के
तेवर संसद में तल्ख बने हुए हैं।
विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन लोकसभा में मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करता
रह गया और सरकार ने दिल्ली सर्विस बिल जैसे आवश्यक बिल पास भी करा लिए।
इंडिया गुट को लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर चर्चा का आग्रह करने के
लिए अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ गया।
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अब सत्र के अंतिम सप्ताह के तीन दिन
मंगलवार 8 अगस्त से 10 अगस्त का समय तय हुआ है।
इस बीच सरकार ने तमाम आलोचनाओं और बाधाओं के बावजूद विधायी बिल
आसानी से पास करा लिये।
लोकसभा में 303 का प्रचंड बहुमत रखने वाली बीजेपी को अपनी सरकार का खतरा नहीं है।
इस प्रस्ताव के बहाने मोदी सरकार को वाहवाही पाने का भरपूर अवसर हासिल रहेगा।
संसद का यह मानसून सत्र नए संसद भवन में नहीं हो रहा है – जिस का उदघाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ माह पूर्व कर चुके हैं।
मोदी सरकार से निरंतर सवाल करने वाले कांग्रेस के बड़े चेहरे राहुल गांधी को
घेरने के तमाम प्रयास जारी हैं।
राहुल गांधी गुजरात की अदालत से सजा पाने के बाद 24 मार्च को लोकसभा से
अयोग्य ठहराये गए और बाहर सक्रिय रहे।
अब सुप्रीम कोर्ट से राहत पाकर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बरकरार
हो गई है और वे अविश्वास प्रस्ताव में मोदी – अडानी रिश्ते, मणिपुर हिंसा, भ्रष्टाचार,
मंहगाई, बेरोजगारी, आर्थिक असफलताओं पर मोदी सरकार से सवाल करने वाले हैं।
चार माह से राज्यसभा में सदस्यता निलंबन झेल रही कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रजनी अशोक राव पाटिल
की सदन में वापसी हो गयी हैं।
आम आदमी पार्टी के मुखर नेता सांसद संजय सिंह राज्य सभा से निलंबित चल रहे हैं।
दिल्ली सर्विस बिल राज्यसभा में पास हो गया है। इस बिल के पक्ष में 132 और
विरोध में 101मत पड़े हैं।
8 घंटे की तीखी बहस में विपक्षी इंडिया गठबंधन की साख दाव पर थी।
इस गुट में अभी तक 98 राज्यसभा सांसद हैं।
एनडीए – बीजेपी समर्थित सत्ता पक्ष के राज्यसभा में 111सांसद हैं।
उड़ीसा बीजू जनता दल – 9, आंध्र प्रदेश वाईएसआर कांग्रेस पार्टी -9,
तेलागना भारत राष्ट्र समिति के एसआर 7 अन्य छोटे दलों के 4 यानि
कुल 29 सदस्यों ने अभी दोनों गुटों से दूरी बनाई हैं।
राज्यसभा के कुल सदस्य 245 सदस्यों में 233 निर्वाचित और 12 मनोनीत हैं।
फिलहाल 7 सीट (4 जम्मू – कश्मीर, 2- मनोनयन और 1- उत्तर प्रदेश) खाली हैं।
दिल्ली सर्विस बिल पास कराने के लिए राज्यसभा की वर्तमान 238 क्षमता में
120 मतों की दरकार थी।
बीजेपी ने अपने कौशल से उड़ीसा की बीजेडी और आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को
अपने पाले में लाकर आसानी से जीत हासिल की।
उधर तेलांगना की भारत राष्ट्र समिति ने सदन में बिल का विरोध किया।
विपक्षी इंडिया गुट को संतोष रहा – राज्यसभा में बीजेपी का विरोध करने के लिए
कुछ नए गुट भी आवाज उठाने लगे हैं।
पहली बार बीजेपी के सामने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की
चुनौती एक स्वर में उभार पर है।
— भूपत सिंह बिष्ट