विधानसभा चुनाव : सत्ता का सेमिफाइनल बीजेपी ने कांग्रेस को फिर धूल चटायी !
लोकसभा आम चुनाव 2024 में कांग्रेस ओर इंडिया के छत्रप अब क्या खाकर रोकेंगे मोदी का विजयी रथ।
विधानसभा चुनाव : सत्ता का सेमिफाइनल बीजेपी ने कांग्रेस को फिर धूल चटायी !
लोकसभा आम चुनाव 2024 में कांग्रेस ओर इंडिया के छत्रप अब क्या खाकर रोकेंगे मोदी का विजयी रथ।
नवंबर माह शुरू हुई चुनाव की सरगर्मियां 3 दिसंबर को परिणाम आने पर ठहरी – जब
मोदी के जादू ने कांग्रेस को राजस्थान और छतीसगढ़ की सरकार से बेदखल कर दिया।
कांग्रेस सकते में है कि हिंदी क्षेत्र में नरेंद्र मोदी और अमित शाह की राजनीति से
आखिर कैसे पार पाया जाये।
मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलांगना में बीजेपी ने अपने सांसद और मंत्रियों को
एमएलए चुनाव में उतार कर नया दाव खेल दिया था। स्पष्ट हो गया कि बीजेपी विधानसभा चुनाव को
लोकसभा 2024 का सेमिफाइनल मानकर मैदान में चुनौती दे रही है।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर अति उत्साह दिखाया और अन्य राज्यों में कांग्रेस के
तारणहार बने बघेल अपने छतीसगढ़ में बुरी तरह से खेत रहेे। छतीसगढ़ में कांग्रेस के
बारह में से 9 मंत्री चुनाव हार गए।
बीजेपी ने 90 विधानसभा में 54 यानि 60 प्रतिशत स्थान हासिल किए और
कांग्रेस 35 विधानसभा सीटों के साथ 39 प्रतिशत प्रतिनिधित्व पर सिमट गई है।
बीजेपी ने छतीसगढ़ में 46 प्रतिशत मत हासिल किए और कांग्रेस चार प्रतिशत कम
42 पर सिमट कर रह गयी। उल्लेखनीय है कि छतीसगढ़ में 2003 से 2018 तक लगातार
तीन बार बीजेपी की रमन सिंह सरकार रही है।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सरकार को हराने के लिए
कांग्रेस के कमलनाथ ऐड़ी चोटी की जोर आजमाईश में थे लेकिन प्रदर्शन
2018 चुनाव से भी बदतर साबित हुआ है।
मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में बीजेपी ने 164 और कांग्रेस को 65 तथा
एक सीट भारतीय आदिवासी पार्टी को हासिल हुई है।
बीजेपी ने मध्यप्रदेश के सभी 6 प्रभागों में कांग्रेस को पराजित किया।
बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में मतप्रतिशत 48 से अधिक और कांग्रेस का वोट
आठ फीसदी कम 40 प्रतिशत पर सिमट गया।
राजस्थान में कांग्रेस को उम्मीद थी कि जादूगर राजनेता अशोक गहलौत अपनी
सरकार बचाने में कामयाब रहेंगे लेकिन यहां मोदी की गारंटी ने बीजेपी को सत्ता
में वापसी दिला दी है।
राजस्थान विधानसभा की 200 में से 199 सीटों पर चुनाव हुआ – करनपुर विधानसभा सीट पर
कांग्रेस प्रत्याशी की मौत के बाद चुनाव स्थगित हुआ है।
बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा में 115 सीटें जीती हैं और कांग्रेस 69, भारत आदिवासी पार्टी 3,
बसपा 2, आरएलडी एक ओैर निर्दलीय 8 सीट जीतने में कामयाब रहे हैं।
राजस्थान में राष्ट्रीय लोकदल ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है।
राजस्थान में मत प्रतिशत में बीजेपी लगभग 42 प्रतिशत और कांग्रेस 40 प्रतिशत
वोट पाने में सफल रही यानि जीत हार का फर्क मात्र दो प्रतिशत है।
राजस्थान और मध्यप्रदेश बीजेपी अपने चुनावी कौशल से आदिवासी, महिलाओं और
स्थानीय मुद्दों को साधने के साथ मोदी का करिश्मायी चेहरा भुनाने में सफल रही है।
उधर कांग्रेस की हार का ठीकरा अशोक गहलौत ओर कमलनाथ के अति विश्वास, घमंड और
एकल निर्णय के नाम किया गया है।
– भूपत सिंह बिष्ट