नरभक्षी गुलदार शहर में और वन अधिकारी विदेश में नहीं घूम सकते – मुख्यमंत्री धामी!
देहरादून में दस साल का मासूम बालक बना शिकार तो मुख्यमंत्री ने दी वन अधिकारियों को कड़ी चेतावनी।
नरभक्षी गुलदार शहर में और वन अधिकारी विदेश में नहीं घूम सकते – मुख्यमंत्री धामी!
देहरादून में दस साल का मासूम बालक बना शिकार तो मुख्यमंत्री ने दी वन अधिकारियों को कड़ी चेतावनी।
उत्तराखंड विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नरभक्षी
गुलदार की धमक राजधानी देहरादून तक पहुंचने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है।
उत्तराखंड में गुलदार के हमलों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राजधानी देहरादून में भी
एक दिन पहले ही 10 साल के बच्चे को गुलदार ने अपना निवाला बनाया था।
विधानसभा कार्यालय में मुख्यमंत्री ने वन विभाग के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन समीर सिन्हा को
सख़्त कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों के विदेश दौरों पर
भी रोक लगायी गई है।
इस मामले में मुख्यमंत्री धामी ने वन अधिकारियों को तलब किया और जमकर
फटकार लगाई।
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक हॉफ अनूप मलिक और
चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन समीर सिन्हा को दैनिक रूप से मामलों की मॉनिटरिंग
करने के निर्देश दिए।
चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को आफिस से निकलकर अब खुद फील्ड में जाने के भी
आदेश दिए है।
मुख्यमंत्री धामी ने विभाग के अधिकारियों को सख़्त निर्देश जारी किए हैं – किसी भी दशा में
जनहानि नहीं होनी चाहिए।
मानव एवं वन्य जीव संघर्ष के लिए वन विभाग अलर्ट मोड पर काम करे।
मुख्यमंत्री धामी ने नरभक्षी गुलदार से निपटने के लिए प्रशिक्षित टीम को
त्वरित फील्ड में भेजने के भी निर्देश दिए हैं।
हैरत की बात है कि उत्तराखंड के जंगलों से बाहर निकलकर गुलदार महिलाओं और बच्चों
पर घात लगा रहे हैं और वन अधिकारी विदेश भ्रमण का प्रोग्राम सोच रहे हैं।
ऐसे में मुख्यमंत्री ने वन अधिकारियों के विदेश दौरों पर भी रोक लगाने के आदेश
जारी किए हैं।
नरभक्षियों का सफाया किए बिना और इन घटनाओं के बीच विदेशी दौरों पर अब रोक रहेगी।
पदचिह्न टाइम्स।